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सदर तहसील की कारस्तानी, जमीन का बैनामा 1992 में और अमलदरामद 1990 में

-जय बजरंग सहकारी आवास समिति का मामला

-मौजा मोहम्मदपुर में खसरा संख्या 276अ रकबा 25 बीघा 8 विस्वांसी का प्रकरण

आगरा:  लालच हो या लापरवाही, कभी-कभी अधिकारी आंख मूंद कर ऐसा काम कर देते हैं जो चौंकाने वाला होता है। सदर तहसील में एक ऐसा ही कारनामे का खुलासा हुआ है। एक जमीन का बैनामा 1992 में किया गया जबकि इसी जमीन की अमलदरामद दो साल पहले यानी 1990 में ही कर दी गई।

 बोदला निवासी सुधीर गोयल ने सदर तहसील में एक शिकायती पत्र दिया था। इसमें उन्होंने मौजा मोहम्मदपुर के खसरा संख्या 276 के किए गए प्रतिकर भुगतान को फर्जी बताया था। ये प्रतिकर जय बजरंग सहकारी समिति, आगरा के सचिव सुशील  कुमार गोयल पुत्र स्व दुलीचंद गोयल निवासी मोहम्मदपुर, आगरा ने लिया था। अपर जिलाधिकारी प्रोटोकाल, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी ने इसकी जांच सदर तहसीलदार से कराई। तहसीलदार ने अपनी जांच आख्या दो अगस्त 2025 को सौंप दी। इस जांच आख्या के आधार पर एडीएम ने जय बजरंग सहकारी समिति के सचिव सुशील गोयल को अपना पक्ष रखने के लिए 19 सितंबर को अभिलेख सहित बुलाया है।

 12 सितंबर को जारी एडीएम के हस्ताक्षरित आदेश में कहा गया है कि मौजा मोहम्मदपुर में खसरा संख्या 276अ रकबा 25 बीघा 8 विस्वांसी की खातेदारों सुशीला देवी पत्नी रघुनाथ प्रसाद, शांति देवी पत्नी मदनलाल, रज्जो देवी पत्नी रामप्रकाश निवासीगण मोहम्मदपुर द्वारा पृथक-पृथक अपने-अपने भाग का बैनामा दो अगस्त 1988 को  जय बजरंग सहकारी समिति के सचिव सुशील गोयल के पक्ष में तहरीर कराया था। उक्त तीनों बैनामे तहरीर 2 अगस्त 88 के आधार पर ही अपर तहसीलदार सदर के न्यायालय ने नामांतरण आदेश पारित कर खतौनी में 12 फरवरी 90 को अमलदरामद कर दिया गया। जबकि उक्त तीनों खातेदारों सुशीला देवी पत्नी रघुनाथ प्रसाद, शांति देवी पत्नी मदनलाल, रज्जो देवी पत्नी रामप्रकाश द्वारा जय बजरंग सहकारी समिति के सचिव सुशील गोयल के पक्ष में कराए गए बैनामे तहरीर दो दिसंबर 88 को क्रमश: 16 मई 91, 3 दिसंबर 92, 26 दिसंबर 92 को पंजीकृत किया गया। उपरोक्त जांच में बैनामों की दिनांक दो दिसंबर 88 को क्रमश: 16 मई 91, 3 दिसंबर 92, 26 दिसंबर 92 दाखिल खारिज की दिनांक अलग-अलग है।

जय बजरंग सहकारी समिति के सचिव सुशील गोयल को जारी आदेश में कहा गया है कि अपने अभिलेख लेकर 19 सितंबर को उनके कार्यालय में उपस्थित हों,अन्यथा आपके द्वारा प्राप्त प्रतिकर मय ब्याज के वापस कराने की कार्यवाही की जाएगी।

 विदित हो कि उक्त खसरा संख्या वाली जमीन का हिस्सा विकास प्राधिकरण ने अधिगृहीत कर लिया था, इसकी एवज में जय बजरंग सहकारी समिति के सचिव सुशील गोयल को प्रतिकर दिया गया था।

मेरी बात मैनपुरी के एक छोटे से गांव से आकर आगरा महानगर में एक कदम रखने का प्रयास किया। एक अनजान युवक को अपना ठौर-ठिकाना बनाने की चुनौती थी। दैनिक जागरण जैसे विश्व प्रसिद्ध समाचार समूह ने सेवा करने का सुअवसर प्रदान किया। 9 जुलाई 2025 को दैनिक जागरण समाचार…

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