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मदद के एक ‘मैन्यू’ से पत्तल और मिट्टी के बर्तनों में भोजन की आइकॉन बन गई ‘ब्रज की रसोई’

नौकरी मांगने आए वृद्ध कुम्हार को कुल्लड़ और सकोरे की फैक्ट्री का बना दिया मालिक क्राकरी हटा पत्तल और मिट्टी के बर्तन कर लिए रसोई में शामिल, शुद्धता और स्वाद ने दिखाया कमाल आगरा: आगरा से मथुरा जाते समय...

एक शहर जहां मृतकों की अस्थियों को पुलिस देती है सलामी

कुमार ललित, आगरा: दुनिया भर में आगरा की पहचान ताजमहल के नाम पर है लेकिन, ये ऐसा भी शहर है जहां पर लावारिस मृतकों की अस्थियों को पुलिस द्वारा सलामी दी जाती है। सलामी के बाद अस्थि कलशों को सोरों ले जाकर...

606.69 रुपये की सीएनजी, 607 रुपये का भुगतान, ये तो अंधेरगर्दी है…

राजेश मिश्रा, आगरा: शुक्रवार रात करीब साढे दस बजे की बात है। मैं मथुरा से आगरा के लिए लौट रहा था। कार में सीएनजी भरवाने के लिए रिफायनरी के पास स्थित टोरेंट गैस पंप पर पहुंचा। कार में गैस भरने के बाद...

हवेली की तिजोरी का खोल दिया ताला तो मालिक ने चांदी के सिक्कों से भर दी थी झोली

राजेश मिश्रा: बिखरे बाल, बढ़ी और बेतरतीब दाढ़ी, फटे-पुराने पहने कपड़े। बनी-अधबनी चाबियां, प्लास-पेचकस, छोटी हथौड़ी-छैनी आदि से भरा छोटा सा थैला। कोई सड़क किनारे फड़ सजाए ए रहता है तो कोई साइकिल पर...

मैनेजमेंट संस्थानों का रिसर्च टापिक है राधारानी ब्रज चौरासी कोस यात्रा का प्रबंधन

-करीब पंद्रह हजार श्रद्धालु 40 दिन तक करते हैं यात्रा, 40 होते हैं पड़ाव-हर दिन एक पड़ाव स्थल पर सजते हैं छोटे-बड़े करीब एक हजार टैंट-देखने वालों को चौंकाती है एक साथ इतने श्रद्धालुओं के लिए भोजन...

प्रकृति का पर्यावरण को सपोर्ट

ये अचरज कैलाश घाट का है। यमुना नदी के अलौकिक और अनुपम दृश्य की चर्चा सुनते सुनते खुद को रोक ना पाया और पहुंच गया कैलाश घाट पर। महादेव के दर्शन किये, जाने-अनजाने में हुई गलती के लिये क्षमा मांगी। फिर...

रामनाथ की अंगुलियां भी थिरकने लगीं कीबोर्ड पर

ये हैं रामनाथ वर्मा जी। उम्र होगी करीब 60 वर्ष। इस आयु में जब लोग पारिवारिक जिम्मेदारियों से मुक्त होकर घूमने-फिरने, घर पर आराम करते हैँ, रामनाथ जी तब आगरा कलेक्ट्रेट में कंप्यूटर पर एफिडेविट बनाने...

मां ने भुगती ‘सजा’, अपराध तो मेरी नादानी ने किया था

13 साल का लंबा दरम्यान गुजर चुका था। मैं अपनी जिंदगी जीने लगी थी। उम्मीद तो नहीं थी, फिर भी प्रयास किया अपने माता-पिता ढूंढ़ने का। मगर, मुझे तो ये भी नहीं पता था कि मैं कहां रहती थी? मां से मिलन की...

जोमेटो डिलीवरी बॉय, रेस्टोरेंट और रात

सोमवार रात के 3 बजे हैं। पत्नी की एक सर्जरी हुई है, बाईपास स्थित एक हॉस्पिटल में भर्ती हैं। मैं तीमारदारी में था। रात को नींद तो आदतन आनी नहीं थी सो, बाहर आ गया चाय पीने। लाल रंग की jaket पहने एक युवक...